अल्हड़ बीकानेरी
चोरों का तथा डाकुओं का
राष्ट्रीकरण करवाने दो।
बस एक बार, बस एक बार
मुझको सरकार बना दो।
जो बिल्कुल फक्कड़ हैं उनको
राशन उधार तुलवा दूंगा
जो लोग पियक्कड हैं उनके
घर में ठेके खुलवा दूंगा
सरकारी अस्पताल में, जिस
रोगी को मिल न सका बिस्तर
घर उसकी नब्ज़ छूटते ही
मैं एंबुलैंस भिजवा दूंगा
जो बिल्कुल फक्कड़ हैं उनको
राशन उधार तुलवा दूंगा
जो लोग पियक्कड हैं उनके
घर में ठेके खुलवा दूंगा
सरकारी अस्पताल में, जिस
रोगी को मिल न सका बिस्तर
घर उसकी नब्ज़ छूटते ही
मैं एंबुलैंस भिजवा दूंगा
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