मृत्यु और हँसी
किताब -- मृत्यु और हँसी किताब -- मृत्यु और हँसी लेखक -- प्रदीप अवस्थी अभी खरीदें -- अभी खरीदें 🔗 Shop Now Shop Now स्वयं लेखक के शब्द👇 पहली किताब। पहला उपन्यास। ख़बर यह है दोस्तों कि मेरा पहला उपन्यास 'मृत्यु और हँसी' राजकमल प्रकाशन से आ रहा है। अब जब यह आ रहा है तो लगता है कि मेरे ज़िन्दा होने का सबूत है यह किताब। मैं हिंदी साहित्य के किनारों पर कहीं बसा हूँ। वहीं बसा रहना चाहता हूँ। खुद से जुड़े रहने के तरीके के रूप में लिखना शुरू हुआ और ख़ुद से जुड़े रहना ही मुझे ज़िन्दा रखता है। मैं सोचता हूँ और पाता हूँ कि मेरी जड़ें कहीं नहीं हैं। इसलिए सब कुछ मुझे अपने भीतर ही ढूँढ़ना पड़ता है। मैं कभी किसी शहर को अपना नहीं कह पाया, किसी गाँव को भी नहीं। कुछ लोग हैं बस मेरे अपने। इतने अपने कि रोज़ रात को सोने से पहले उनका चेहरा आँखों के सामने आकर ठहर जाता है। मेरी हर किताब में माँ होगी या किरदार होगा किसी माँ का। पिता कहीं-कहीं होंगे जैसे जीवन में रहे और उनके खो जाने का दुःख होगा। मुझे लगता रहा कि देर हो गयी। मैं लेट हो गया। इसलिए बहुत तेज़ दौड़ना होगा। दौड़ा भ...